पश्चिम बंगाल में अक्टूबर 2025 में स्कूलों के लिए छुट्टियों का माह विद्यार्थियों और अभिभावकों के लिए महत्वपूर्ण समय लेकर आया है। इस महीने में राज्य में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक त्योहारों के कारण कई स्कूल अवकाश घोषित किए गए हैं। राज्य सरकार की ओर से जारी की गई आधिकारिक सूची के अनुसार, छात्रों और शिक्षकों को इन अवसरों पर आराम और परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा।
अक्टूबर 2025 में प्रमुख स्कूल छुट्टियाँ
पश्चिम बंगाल के स्कूलों में अक्टूबर में कुछ प्रमुख छुट्टियाँ इस प्रकार हैं:
तारीख | दिन | अवकाश का कारण |
---|---|---|
26 सितंबर | शुक्रवार | महालया (दुर्गा पूजा का प्रारंभ) |
29 सितंबर | सोमवार | महाष्टमी |
30 सितंबर | मंगलवार | महानवमी |
2 अक्टूबर | गुरुवार | गांधी जयंती / विजयदशमी |
6 अक्टूबर | सोमवार | लक्ष्मी पूजा |
20 अक्टूबर | सोमवार | काली पूजा / दीपावली |
23 अक्टूबर | गुरुवार | भाई दूज |
27 अक्टूबर | सोमवार | छठ पूजा |
दुर्गा पूजा और अन्य त्योहारों के कारण स्कूलों में छुट्टियाँ छात्रों को अपने सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सवों में भाग लेने का अवसर प्रदान करती हैं।
अवकाशों का महत्व
अक्टूबर का महीना पश्चिम बंगाल में त्योहारों का महीना माना जाता है। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा जैसे पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि छात्रों के सामाजिक और मानसिक विकास में भी मदद करते हैं। अवकाश के दौरान छात्र परिवार के साथ समय बिताते हैं, और अपनी पढ़ाई से ब्रेक लेकर सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। विशेष रूप से, दुर्गा पूजा के अवसर पर स्कूलों में एक लंबा अवकाश रहता है। यह छात्रों को शारीरिक और मानसिक रूप से तरोताजा करता है। गांधी जयंती और विजयदशमी के दिन भी स्कूल बंद रहते हैं, जिससे विद्यार्थी और शिक्षक दोनों ही इन राष्ट्रीय और सांस्कृतिक अवसरों का लाभ उठा सकते हैं। दीपावली के दौरान काली पूजा, दीपावली और भाई दूज के अवसर पर भी स्कूलों में छुट्टियाँ रहती हैं। अक्टूबर के अंत में छठ पूजा पर भी विशेष अवकाश घोषित किया गया है।
छात्रों और अभिभावकों के लिए सुझाव
अवकाश का सबसे अच्छा उपयोग यह है कि छात्र न केवल परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, बल्कि पढ़ाई और व्यक्तिगत विकास के लिए भी इसका सदुपयोग करें। अभिभावक इस समय बच्चों को त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जोड़ सकते हैं। इससे बच्चों में सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना का विकास होता है।
पश्चिम बंगाल के स्कूलों में अक्टूबर 2025 के अवकाश न केवल त्योहारों को मनाने का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि छात्रों को अपनी पढ़ाई से एक संतुलित ब्रेक लेने में मदद भी करते हैं। माता-पिता और शिक्षक इन अवकाशों का सही तरीके से उपयोग कर सकते हैं, ताकि विद्यार्थी शैक्षणिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बन सकें।