बिहार सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, एक करोड़ से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया है, और सरकार लगातार इन्हें वित्तीय सहयोग प्रदान कर रही है। योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्वरोजगार की ओर प्रेरित करना है।
Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana
महिलाओं को मिल रहा है आर्थिक सहारा
महिला रोजगार योजना से जुड़ने वाली महिलाओं को सरकार सीधे उनके बैंक खाते में किस्त के रूप में सहायता राशि भेज रही है। इस योजना की पहली किस्त के रूप में महिलाओं को 10,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है। सरकार ने इसके लिए 5000 करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर किया है। यह राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जा रही है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो।
18 तरह के कामों के लिए मिल रही है मदद
इस योजना की खासियत यह है कि महिलाएं 18 तरह के अलग-अलग कार्यों के लिए आर्थिक सहयोग प्राप्त कर सकती हैं। चाहे वह छोटा व्यापार शुरू करना हो, घरेलू उद्योग लगाना हो या पहले से चल रहे व्यवसाय को विस्तार देना, सभी कामों के लिए यह मदद उपलब्ध है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदन की सुविधा
महिला रोजगार योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को बेहद आसान बनाया गया है। शहरी क्षेत्र की महिलाएं ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में ऑफलाइन आवेदन की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण महिलाओं को आवेदन करने में ग्राम संगठन और जीविका समूह मदद कर रहे हैं। इस तरह हर स्तर की महिला इस योजना का लाभ उठा सकती है।
सरकार की तैयारी और लक्ष्य
बिहार सरकार ने इस योजना को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं। राज्य के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस कार्यक्रम को सफलता दिलाने में सहयोग करें। सरकार चाहती है कि आने वाले समय में महिलाएं न सिर्फ आत्मनिर्भर बनें, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में भी योगदान दें।