भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए बीमा सखी योजना 2025 की शुरुआत की है। इस योजना के तहत चयनित महिलाओं को तीन वर्षों तक मासिक वजीफा, प्रशिक्षण और लाइफ इंश्योरेंस एजेंट बनने का अवसर मिलेगा। यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के लिए डिज़ाइन की गई है।
योजना का उद्देश्य और लाभ
बीमा सखी योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें बीमा क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान करना है। इससे न केवल महिलाओं की आय में वृद्धि होगी, बल्कि समाज में बीमा जागरूकता भी बढ़ेगी। चयनित महिलाओं को पहले तीन वर्षों के लिए मासिक वजीफा, प्रशिक्षण और लाइफ इंश्योरेंस एजेंट बनने का अवसर मिलेगा।
पात्रता मानदंड
-
आवेदिका की आयु 18 से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
-
कम से कम 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
-
आवेदिका का LIC के मौजूदा एजेंट या कर्मचारी से कोई पारिवारिक संबंध नहीं होना चाहिए।
-
आवेदिका के पास स्मार्टफोन और इंटरनेट की बुनियादी जानकारी होनी चाहिए।
मासिक वजीफा और आय की संभावनाएँ
बीमा सखी योजना में चयनित महिलाओं को पहले तीन वर्षों तक मासिक वजीफा मिलेगा:
-
पहला वर्ष: 7,000 प्रति माह
-
दूसरा वर्ष: 6,000 प्रति माह (यदि पहले वर्ष की कम से कम 65% पॉलिसियाँ प्रभावी हैं)
-
तीसरा वर्ष: 5,000 प्रति माह (यदि दूसरे वर्ष की कम से कम 65% पॉलिसियाँ प्रभावी हैं)
तीन वर्षों के बाद, महिलाओं की आय पूरी तरह से उनकी कार्य क्षमता और बेची गई पॉलिसियों पर निर्भर करेगी। अच्छा प्रदर्शन करने वाली बीमा सखी महीने में 25,000 से 30,000 तक कमा सकती हैं।
आवेदन प्रक्रिया
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से की जा सकती है:
-
ऑनलाइन आवेदन: LIC की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर “बीमा सखी” सेक्शन में आवेदन फॉर्म भरें।
-
ऑफलाइन आवेदन: नजदीकी LIC कार्यालय में जाकर आवेदन पत्र जमा करें।
आवश्यक दस्तावेज:
-
आधार कार्ड
-
शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
-
बैंक खाता पासबुक
-
पासपोर्ट साइज फोटो
-
मोबाइल नंबर
-
निवास प्रमाण पत्र और जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
योजना के सामाजिक प्रभाव
बीमा सखी योजना से महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में बीमा जागरूकता बढ़ रही है। महिला बीमा सखी अपने क्षेत्र में विश्वसनीयता के साथ काम करती हैं, जिससे लोगों का बीमा पर भरोसा बढ़ता है। इससे देश में बीमा पैठ में भी सुधार देखा जा रहा है।
भविष्य की संभावनाएँ
भविष्य में, सफल बीमा सखी अपनी टीम बना सकती हैं और बड़े स्तर पर व्यापार कर सकती हैं। यह योजना न केवल व्यक्तिगत विकास में सहायक है, बल्कि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान देती है।