ऐसी खबर जो हर रसोईघर में मुस्कान ला दे! Mother Dairy ने अपने डेयरी उत्पादों की कीमतों में कमी कर दी है, और यह बदलाव सरकार द्वारा किए गए जीएसटी सुधारों के बाद हुआ है। दूध से लेकर घी-मक्खन-पनीर तक रोज़मर्रा के उपयोग की ये चीज़ें अब पहले से सस्ती होंगी। आइए जानें कौन-से उत्पाद कहां, कितने सस्ते हुए हैं और ये आपके बजट पर कैसे असर डालेंगे।
नए दाम, सीधी राहत
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दूध: UHT टोंड मिल्क (1 लीटर, टेट्रा पैक) अब 77 रुपये से घटकर 75 रुपये में मिलेगा। डबल-टोंड मिल्क (450 मि.ली.) पिछले 33 रुपये के बजाए 32 रुपये में उपलब्ध होगा।
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पनीर: 200 ग्राम पनीर का पैक अब 95 रुपये से घटाकर 92 रुपये, तो 400 ग्राम पनीर पहले 180 रुपये था, अब 174 रुपये हुआ है। मलाई पनीर 200 ग्राम पैक की कीमत 100 से नीचे आकर 97 रुपये हुई है।
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घी: सबसे ज़्यादा कटौती इसी में हुई है। 1 लीटर गाय का घी अब 720 रुपये में मिलेगा, जो पहले 750 रुपये में था। 500 मि.ली. जार का घी 380 से घटकर 365 रुपये, प्रीमियम गाय का घी 999 रुपये से घटकर 984 रुपये हुआ है।
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मक्खन और मिल्कशेक: 100 ग्राम मक्खन पहले 62 रुपये में था, अब 58 रुपये; मिल्कशेक का भाव घटकर 30 रुपये से 28 रुपये हुआ है।
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आइसक्रीम व कोन: छोटे पैक वनीला और चॉकबर कोन आदि भी सस्ते हुए — जैसे 45 ग्राम आइस्कैंडी आदि अब 10 रुपये के बजाय 9 रुपये में मिलेंगे, अन्य कोन भी छोटी-बड़ी कटौती के बाद नए भावों पर होंगी।
जीएसटी सुधार का प्रभाव
इस वोल्ट के पीछे सरकार द्वारा की गई जीएसटी दरों में बदलाव है, जिसने डेयरी उत्पादों पर कर बोझ को कम किया है। इस कर सुधार से Mother Dairy सहित अन्य डेयरी कंपनियों ने लागत में राहत पाई है, जिसका फायदा सीधे उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है।
आम जनता को क्या मिलेगा?
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रोज़मर्रा के खर्चों में कमी: दूध-घी व अन्य डेयरी चीज़ों पर बचत होगी।
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बजट में जगह बनेगी: खासकर मध्यम और निम्न-मध्यम आय वाले परिवारों के लिए यह राहत बड़ी है।
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डिमांड बढ़ने की संभावना: कम कीमतों के चलते लोग माँ डेयरी के उत्पाद ज़्यादा खरीदेंगे, कंपनी की बिक्री में इज़ाफ़ा हो सकता है।
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उपभोक्ता विश्वास में वृद्धि: जब कंपनियाँ लागत में बदलावों को सीधे ग्राहकों तक पहुँचाती हैं, तो ब्रांड का भरोसा बढ़ता है।
किन्हें ध्यान देना चाहिए?
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नए दाम 22 सितंबर से लागू होंगे, इसलिए पुराने स्टॉक या जगह-विशेष पर थोड़ा अलग हो सकते हैं।
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कुछ उत्पादों की कीमतों में सिर्फ 1-2 रुपये की कटौती हुई है, इसलिए बचत कम लग सकती है लेकिन पूरे महीने-साल में फर्क पड़ता है।
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छोटे पैकेट या प्रीमियम उत्पादों की कटौती कम गुज़र सकती है ज़्यादा।