दिवाली, त्योहारों का त्योहार, सिर्फ रोशनी और मिठाइयों का ही नहीं, बल्कि उम्मीदों और खुशियों का भी मौसम है। इस बार सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ा उपहार तैयार किया है। 2025 में महंगाई भत्ता (Dearness Allowance या DA) दिवाली से पहले बढ़ सकता है, जिससे सैलरी-पेंशन दोनों में महसूस होने वाली राहत मिलेगी। यह फैसला कर्मचारियों की इंतज़ार भरी उम्मीदों को झुठलाने वाला नहीं है बल्कि उस पर खरा उतरने वाला दिखता है।
कितनी होगी बढ़ोतरी?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वर्तमान में जिस 55% DA का भुगतान हो रहा है, वह लगभग 58-59% हो सकता है। यानी लगभग 3-4 प्रतिशत का इज़ाफ़ा संभव है। इस वृद्धि से बेसिक वेतन या पेंशन प्राप्तकर्ता को सीधे फ़ायदा होगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी का बेसिक वेतन 18,000 है, तो लगभग 540 की अतिरिक्त राशि मिलेगी; वैसे ही अगर पेंशन बेसिक 9,000 है, तो लगभग 270 अधिक होंगे।
निर्णय कब होगा और प्रक्रिया क्या है?
सरकार इस प्रस्ताव पर सितंबर से अक्टूबर के बीच की एक कैबिनेट बैठक में अंतिम निर्णय लेने की योजना बना रही है। महंगाई भत्ता तय करने की प्रक्रिया में CPI-IW (Consumer Price Index for Industrial Workers) के आँकड़े मुख्य भूमिका निभाते हैं। यदि CPI-IW में वृद्धि होती है, तो DA में वृद्धि घोषित होती है; और यदि CPI-IW घटता है, तो DA उसी आधार पर नीचे आ सकता है।
किसे होगा लाभ?
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सरकारी कर्मचारी: केंद्र सरकार के कर्मचारियों को बेसिक वेतन के अनुसार बेहतर बढ़ोतरी मिलेगी।
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पेंशनभोगी: पेंशन पर भी DA इजाफे का प्रभाव पड़ेगा, जिससे मासिक पेंशन राशि बढ़ जाएगी।
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त्योहारों में खर्चा बढ़ाने वालों को राहत: दिवाली जैसे त्योहारों से पहले खर्चे ज्यादा होते हैं; बढ़ी हुई आय से त्योहारों का आनंद बेहतर होगा।
चुनौतियाँ और संभावित देरी
हालाँकि उम्मीदें ज़्यादा हैं, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
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CPI-IW के ताज़ा आँकड़े पर निर्भरता: यदि महंगाई दर में अपेक्षित वृद्धि नहीं होती, तो प्रस्तावित DA बढ़ोतरी को टाला जा सकता है।
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वित्तीय बजट पर दबाव: सरकार को वित्तीय संसाधन जुटाने होंगे ताकि DA इजाफे को समुचित तरीके से लागू किया जा सके।
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समय सीमा: यदि कैबिनेट निर्णय समय से नहीं हुए, तो दिवाली से पहले लाभ मिलना मुश्किल हो सकता है।