भारत में दुर्गा पूजा का पर्व श्रद्धा और उल्लास का प्रतीक है, लेकिन इस वर्ष मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे 1 से 4 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मौसम का पूर्वानुमान:
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1 अक्टूबर (सप्तमी): हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर तेज हवाएं।
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2 अक्टूबर (नवमी): मध्यम से भारी बारिश की संभावना, विशेषकर उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली, कोलकाता, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, झारग्राम, और नादिया जिलों में।
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3 अक्टूबर (विजया दशमी): तेज बारिश और तूफान की चेतावनी, जिससे पंडालों को नुकसान पहुंचने की संभावना।
IMD की चेतावनी:
IMD ने 1 से 4 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है। हवाओं की गति 35 से 45 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है, जो 55 किलोमीटर प्रति घंटा तक बढ़ सकती है। समुद्र की स्थिति भी खराब रहने की संभावना है, जिससे मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
पंडालों और श्रद्धालुओं के लिए सुझाव:
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पंडालों की संरचना की मजबूती की जांच करें और आवश्यकतानुसार मरम्मत करवाएं।
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श्रद्धालुओं को बारिश से बचने के लिए छाते और रेनकोट साथ रखने की सलाह दें।
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सड़क पर जलभराव और यातायात जाम से बचने के लिए समय से पहले यात्रा की योजना बनाएं।
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नदी और नालों के पास जाने से बचें, क्योंकि जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की संभावना है।
इस वर्ष की दुर्गा पूजा मौसम की चुनौतियों के साथ आ रही है। पश्चिम बंगाल में 1 से 4 अक्टूबर तक भारी बारिश की संभावना है, जिससे पंडालों और श्रद्धालुओं को सावधान रहने की आवश्यकता है। IMD की चेतावनियों का पालन करके हम इस पर्व को सुरक्षित और उल्लासपूर्ण बना सकते हैं।