इस दिवाली के मौसम में केंद्र सरकार एक बड़ा तोहफा कर्मचारियों और पेंशनधारियों को देने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार, सरकार महंगाई भत्ते (DA) में 3–4 प्रतिशत की वृद्धि पर विचार कर रही है, जिससे यह दर वर्तमान 55% से बढ़कर 58–59% तक पहुंच सकती है। अगर यह फैसला लागू हो जाता है, तो त्योहारों की खुशियाँ आर्थिक राहत के रूप में भी सामने आएँगी।
DA Hike On Diwali
महंगाई भत्ते का वर्तमान परिदृश्य
वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को 55 % की दर पर महंगाई भत्ता (DA) मिलता है। यह दर पहली छमाही (जनवरी–जून) की समीक्षा के बाद तय की गई थी। अब दूसरी छमाही (जुलाई–दिसंबर) की समीक्षा का वक्त आया है, और सरकार इस अवसर का उपयोग करके कर्मचारियों के लिए राहत देने की योजना बना रही है। पिछली समीक्षा में इस भत्ते को 53 % से बढ़ाकर 55 % किया गया था। इस बार अपेक्षा है कि बेहतर वृद्धि होगी, क्योंकि मुद्रास्फीति की दर बढ़ी हुई है और त्योहारों के कारण खर्च का दबाव अधिक रहेगा।
वेतन व पेंशन पर क्या असर पड़ेगा?
अगर नई DA दर 58 % हो जाती है, तो एक पेंशनभोगी जिसकी मूल पेंशन 9,000 रुपए है, उसे वर्तमान में 4,950 रुपए महंगाई भत्ता मिलता है। नई दर लागू होने पर भत्ता बढ़कर 5,220 रुपए हो जाएगा, और कुल पेंशन 14,220 रुपए होगी — मौजूदा स्थिति की तुलना में प्रति माह 270 रुपए अधिक। इसी तरह, यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन 18,000 रुपए हो, तो वर्तमान में उसके कुल वेतन 27,900 रुपए हो जाता है। नई दर लागू होने पर महंगाई भत्ता बढ़कर 10,440 रुपए हो सकता है, और कुल वेतन 28,440 रुपए हो जाएगा — यानी प्रति माह लगभग 540 रुपए की बढ़त। ये बढ़ोतरी शायद कम लगें, लेकिन त्योहारों के दौर में ये छोटी-छोटी रकम आर्थिक दबाव को काफी कम कर सकती हैं।
त्योहारों पर असर और आर्थिक बदलाव
त्योहारों, विशेषकर दिवाली के समय, हर घर में खर्चों की लहर सी चलती है — मिठाइयाँ, उपहार, नए कपड़े, सजावट आदि। इस समय अतिरिक्त आय मिलना परिवारों को राहत दे सकता है। महंगाई भत्ते में वृद्धि का केवल व्यक्तिगत लाभ नहीं होगा, बल्कि यह अर्थव्यवस्था में मांग को बढ़ाने में भी योगदान करेगी। जब लाखों परिवारों की खरीद शक्ति बढ़ेगी, तो बाजारों में खरीद-फरोख्त बढ़ेगी, जिससे व्यापारियों को भी फायदा होगा।
सावधानियाँ और निष्कर्ष
हालाँकि यह प्रस्तावित वृद्धि खबरों और सूत्रों पर आधारित है, लेकिन अंतिम निर्णय सरकार ही लेगी। यह भी संभव है कि निर्णय में बदलाव हो, या प्रस्तावित राशि में कमी-धिक हो। इसलिए भरोसा तभी करें जब आधिकारिक अधिसूचना जारी हो। फिर भी, यदि यह कदम लागू किया जाता है, तो यह कई केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारियों के लिए इस दिवाली का बड़ा “उपहार” बन सकता है। उम्मीद है कि सरकार जल्द ही स्पष्ट रूप से इस पर घोषणा करेगी, ताकि लाभार्थियों को समय पर जानकारी मिल सके।